उस ने जब मेरी तरफ प्यार से देखा होगा

us ne jab meri taraf pyar se dekh hoga

उस ने जब मेरी तरफ प्यार से देखा होगा मेरे बारे में बड़े गौर से सोचा होगा, सुबह

समन्दर में उतरता हूँ तो आँखें भीग जाती हैं

samndar me utarta hoon to aankhen bhig jaati hain

समन्दर में उतरता हूँ तो आँखें भीग जाती हैं तेरी आँखों को पढ़ता हूँ तो आँखें भीग जाती

मैं खुश नसीबी हूँ तेरी मुझे भी रास है तू

main khush naisbi hoon teri mujhe bhi raas hai tu

मैं खुश नसीबी हूँ तेरी मुझे भी रास है तू तेरा लिबास हूँ मैं और मेरा लिबास है

एक उम्र गुजारी है जिसके साये में

ek umr guzari hai jiske saaye me

जब से वो मुझे भुलाये जा रही है कोई बला मेरा दिल खाए जा रही है, एक उम्र

चलो तुम को मिलाता हूँ मैं उस मेहमान से पहले

chalo tum ko milata

चलो तुम को मिलाता हूँ मैं उस मेहमान से पहले जो मेरे जिस्म में रहता था मेरी जान

वो है बहुत हसीन और फिर उर्दू बोला करती है

wo hai bahut haseen

वो है बहुत हसीन और फिर उर्दू बोला करती है मेरे घर के सामने छत पर अक्सर टहला

मेरी बाहों पे तेरी ज़ुल्फ़ जो लहराई है

meri baahon pe teri

मेरी बाहों पे तेरी ज़ुल्फ़ जो लहराई है मैं ये समझा कि बियाबाँ में बहार आई है नाम

मिलें हम कभी तो ऐसे कि हिजाब भूल जाए

mile ham kabhi to

मिलें हम कभी तो ऐसे कि हिजाब भूल जाए मैं सवाल भूल जाऊं तू जवाब भूल जाए, तू

वो जो दिल में तेरा मुक़ाम है

वो जो दिल में तेरा मुक़ाम है

वो जो दिल में तेरा मुक़ाम है किसी और को वो देना नहीं, वो जो रिश्ता तुझ से

लिबास तन से उतार देना, किसी को बांहों के हार देना

लिबास तन से उतार

लिबास तन से उतार देना, किसी को बांहों के हार देना फिर उसके जज़्बों को मार देना, अगर