दिल ए गुमशुदा ! कभी मिल ज़रा…

Bazmeshayari_512X512

दिल ए गुमशुदा ! कभी मिल ज़राकिसी ख़ुश्क खाक़ के ढेर परया किसी मकान की मुंडेर पर, दिल