इश्क़ मैंने लिख डाला क़ौमीयत के ख़ाने में इश्क़ मैंने लिख डाला क़ौमीयत के ख़ाने में और तेरा दिल लिखा शहरियत के ख़ाने में, मुझको तजरबों …Read More