दिल किस के तसव्वुर में जाने…
दिल किस के तसव्वुर में जाने रातों को परेशाँ होता है ये हुस्न ए तलब …
दिल किस के तसव्वुर में जाने रातों को परेशाँ होता है ये हुस्न ए तलब …
दिल हिज्र के दर्द से बोझल है अब आन मिलो तो बेहतर हो इस बात …
दिल इश्क़ में बे पायाँ सौदा हो तो ऐसा हो दरिया हो तो ऐसा हो …