जो होगा सब ठीक होगा होने दो जो होना है

jo hoga sab thik hoga

जो होगा सब ठीक होगा होने दो जो होना है मुँह देखे की बातें है सब किस ने

फिर आईना ए आलम शायद कि निखर जाए

fir aaeen e aalam ki shayad

फिर आईना ए आलम शायद कि निखर जाए फिर अपनी नज़र शायद ताहद्द ए नज़र जाए, सहरा पे

नसीब आज़माने के दिन आ रहे हैं

nasib aazmane ke din aa rahe hai

नसीब आज़माने के दिन आ रहे हैं क़रीब उन के आने के दिन आ रहे हैं, जो दिल

हँसी में हक़ जता कर घर जमाई छीन लेता है

hansi me haque jata kar

हँसी में हक़ जता कर घर जमाई छीन लेता है मेरे हिस्से की टूटी चारपाई छीन लेता है,

दरख्तों से गिरे सूखे हुए पत्ते भी ये इक़रार करते हैं

darakhton se gire sukhe hue patte

दरख्तों से गिरे सूखे हुए पत्ते भी ये इक़रार करते हैं जिन्हें कल तक मुहब्बत थी वो अब

ज़ख़्मों को रफ़ू कर लें दिल शाद करें फिर से

zakhmon ko rafoo kar le

ज़ख़्मों को रफ़ू कर लें दिल शाद करें फिर से ख़्वाबों की कोई दुनिया आबाद करें फिर से,

सज सँवर कर रहा करो अच्छी लगती हो

saj sanvar ke raha karo achchi lagti ho

सज सँवर कर रहा करो अच्छी लगती हो झुमके, बालियाँ, पाज़ेब पहना करो अच्छी लगती हो, मुस्कुराते लब

ख़िज़ाँ रसीदा चमन में अक्सर

khijaan rasidaa chaman me aksar

ख़िज़ाँ रसीदा चमन में अक्सर खिला खिला सा गुलाब देखा, गज़ब का हुस्न ओ शबाब देखा ज़मीन पर

आसमान से इनायतें न तुझे मिलीं न मुझे मिलीं

aasmaan se inayaten naa tujhe mili naa mujhe mili

आसमान से इनायतें न तुझे मिलीं न मुझे मिलीं मुहब्बतों से राहतें न तुझे मिलीं न मुझे मिलीं,

किस क़दर साहब ए क़िरदार समझते हैं मुझे

kis qadar sahab e kirdar samjhte hai mujhe

किस क़दर साहब ए क़िरदार समझते हैं मुझे मुझको था ज़ो’म मेरे यार समझते हैं मुझे, अब तो