धनक के रंग चुरा ले हमारा बस जो चले…
धनक के रंग चुरा ले हमारा बस जो चलेतेरी हथेली में डाले हमारा बस जो …
धनक के रंग चुरा ले हमारा बस जो चलेतेरी हथेली में डाले हमारा बस जो …
चलो मंज़ूर है मुझकोमुझे कुछ भी सजा दे दोसुनो ! गर मिल नहीं पाएतो एक …
एक मुसलसल से इम्तिहान में हूँजबसे या रब मैं तेरे इस जहान में हूँ, सिर्फ़ …
ये तो इस पर है कि कब और कहाँ होने लगेये तमाशा वो जहाँ चाहे …
ग़ज़ल को फिर सजा के सूरत ए महबूब लाया हूँसुनो अहल ए सुखन ! मैं …
दिल ए गुमशुदा ! कभी मिल ज़राकिसी ख़ुश्क खाक़ के ढेर परया किसी मकान की …
आँखों में नींदों के सिलसिले भी नहींशिक़स्त ए ख़्वाब के अब मुझमे हौसले भी नहीं, …
यूँ ही उम्मीद दिलाते है ज़माने वालेकब पलटते है भला छोड़ के जाने वाले, तू …
हसरतों से भरा क़ब्रिस्तान हूँ मैंआबाद कर मुझे कि वीरान हूँ मैं, तसल्ली दे मुझको …
तरसती आँखे, उदास चेहरा, नजिफ लहज़े, बगैर तेरेबिखरी ज़ुल्फे, लिबास उजड़ा, वज़ूद ख़स्ता, बगैर तेरे, …