अब वो तूफ़ाँ है न वो शोर हवाओं जैसा

ab wo toofaan hai na wo shor hawaaon jaisa

अब वो तूफ़ाँ है न वो शोर हवाओं जैसा दिल का आलम है तेरे बाद ख़लाओं जैसा, काश

आप की आँख से गहरा है मेरी रूह का ज़ख़्म

aap ki aankh se gahra hai meri rooh ka zakhm

आप की आँख से गहरा है मेरी रूह का ज़ख़्म आप क्या सोच सकेंगे मेरी तन्हाई को ?

तेरे बदन से जो छू कर इधर भी आता है

tere badan se o chhoo kar idhar bhi aaata hai

तेरे बदन से जो छू कर इधर भी आता है मिसाल ए रंग वो झोंका नज़र भी आता

अगरचे मैं एक चटान सा आदमी रहा हूँ

agarche main ek chattan saa aadmi raha hoon

अगरचे मैं एक चटान सा आदमी रहा हूँ मगर तेरे बाद हौसला है कि जी रहा हूँ, वो

जब से उस ने शहर को छोड़ा हर रस्ता सुनसान हुआ

jab se us ne shahar ko chhoda har rasta sunsan hua

जब से उस ने शहर को छोड़ा हर रस्ता सुनसान हुआ अपना क्या है सारे शहर का एक

कभी पहली बार स्कूल जाने में डर लगता था

kabhi pahli baar school jaane me dar lagta tha

कभी पहली बार स्कूल जाने में डर लगता था आज अकेले ही ज़माना घूम लेते हैं, पहले फर्स्ट

दिल में बंदों के बहुत ख़ौफ़ ए ख़ुदा था पहले

dil me bando ke bahut khauf e khuda tha pahle

दिल में बंदों के बहुत ख़ौफ़ ए ख़ुदा था पहले ये ज़माना कभी इतना न बुरा था पहले,

इश्क़ गर हाथ छुड़ाए तो छुड़ाने देना

ishq gar hath chhudaye chhudane dena

इश्क़ गर हाथ छुड़ाए तो छुड़ाने देना कार ए वहशत पे मगर आँच न आने देना, यूँ भी

सुख़न के शौक़ में तौहीन हर्फ़ की नहीं की

sukhan ke shauq me tauhin harf ki nahi ki

सुख़न के शौक़ में तौहीन हर्फ़ की नहीं की कि हम ने दाद की ख़्वाहिश में शाएरी नहीं

हर एक शक्ल में सूरत नई मलाल की है

har ek shakl me surat nayi malal ki hai

हर एक शक्ल में सूरत नई मलाल की है हमारे चारों तरफ़ रौशनी मलाल की है, हम अपने