लहरा के झूम झूम के ला मुस्कुरा के ला

lahra ke jhoom jhoom ke laa muskura ke laa

लहरा के झूम झूम के ला मुस्कुरा के ला फूलों के रस में चाँद की किरनें मिला के

हम हैं और उन की ख़ुशी है आज कल

hum hai aur un kee khushi hai aaj kal

हम हैं और उन की ख़ुशी है आज कल ज़िंदगी ही ज़िंदगी है आज कल, ग़म का हर

दिल में एक लहर सी उठी है अभी

dil me ek lahar see uthi hai abhi

दिल में एक लहर सी उठी है अभी कोई ताज़ा हवा चली है अभी, कुछ तो नाज़ुक मिज़ाज

शाम से आँख में नमी सी है

shaam se aankh me nami see hai

शाम से आँख में नमी सी है आज फिर आप की कमी सी है, दफ़्न कर दो हमें

वो शख़्स कि मैं जिस से मोहब्बत नहीं करता

wo shakhs ki main jis se mohabbat nahi karta

वो शख़्स कि मैं जिस से मोहब्बत नहीं करता हँसता है मुझे देख के नफ़रत नहीं करता, पकड़ा

रंग पैराहन का ख़ुशबू ज़ुल्फ़ लहराने का नाम

rang pairahan ka khushboo zulf lahrane ka naam

रंग पैराहन का ख़ुशबू ज़ुल्फ़ लहराने का नाम मौसम ए गुल है तुम्हारे बाम पर आने का नाम,

मेरे ही लहू पर गुज़र औक़ात करो हो

mere hi lahoo par guzar auqat karo ho

मेरे ही लहू पर गुज़र औक़ात करो हो मुझ से ही अमीरों की तरह बात करो हो, दिन

मेरे जुनूँ का नतीजा ज़रूर निकलेगा

mere junoon ka naeeja zarur nikalega

मेरे जुनूँ का नतीजा ज़रूर निकलेगा इसी सियाह समुंदर से नूर निकलेगा, गिरा दिया है तो साहिल पे

न सियो होंठ न ख़्वाबों में सदा दो हम को

na siyo honth na khwabon me sada do hum ko

न सियो होंठ न ख़्वाबों में सदा दो हम को मस्लहत का ये तक़ाज़ा है भुला दो हम

यूँ न मिल मुझ से ख़फ़ा हो जैसे

yun na mil muj se khafa ho jaise

यूँ न मिल मुझ से ख़फ़ा हो जैसे साथ चल मौज ए सबा हो जैसे, लोग यूँ देख