वो शख़्स कि मैं जिस से मोहब्बत नहीं करता

wo shakhs ki main jis se mohabbat nahi karta

वो शख़्स कि मैं जिस से मोहब्बत नहीं करता हँसता है मुझे देख के नफ़रत नहीं करता, पकड़ा

रंग पैराहन का ख़ुशबू ज़ुल्फ़ लहराने का नाम

rang pairahan ka khushboo zulf lahrane ka naam

रंग पैराहन का ख़ुशबू ज़ुल्फ़ लहराने का नाम मौसम ए गुल है तुम्हारे बाम पर आने का नाम,

मेरे ही लहू पर गुज़र औक़ात करो हो

mere hi lahoo par guzar auqat karo ho

मेरे ही लहू पर गुज़र औक़ात करो हो मुझ से ही अमीरों की तरह बात करो हो, दिन

मेरे जुनूँ का नतीजा ज़रूर निकलेगा

mere junoon ka naeeja zarur nikalega

मेरे जुनूँ का नतीजा ज़रूर निकलेगा इसी सियाह समुंदर से नूर निकलेगा, गिरा दिया है तो साहिल पे

न सियो होंठ न ख़्वाबों में सदा दो हम को

na siyo honth na khwabon me sada do hum ko

न सियो होंठ न ख़्वाबों में सदा दो हम को मस्लहत का ये तक़ाज़ा है भुला दो हम

यूँ न मिल मुझ से ख़फ़ा हो जैसे

yun na mil muj se khafa ho jaise

यूँ न मिल मुझ से ख़फ़ा हो जैसे साथ चल मौज ए सबा हो जैसे, लोग यूँ देख

पुर्सिश ए ग़म का शुक्रिया क्या तुझे आगही नहीं

pursish e gam ka shukriya kya tujhe aagahi nahin

पुर्सिश ए ग़म का शुक्रिया क्या तुझे आगही नहीं तेरे बग़ैर ज़िंदगी दर्द है ज़िंदगी नहीं, देख के

ये तो नहीं कि तुम से मोहब्बत नहीं मुझे

ye to nahi ki tum se mohabbat nahi mujhe

ये तो नहीं कि तुम से मोहब्बत नहीं मुझे इतना ज़रूर है कि शिकायत नहीं मुझे, मैं हूँ

मेरी अना का असासा ज़रूर ख़ाक हुआ

meri anaa ka asasa zarur khaaq hua

मेरी अना का असासा ज़रूर ख़ाक हुआ मगर ख़ुशी है कि तेरे हुज़ूर ख़ाक हुआ, मुझे बदन के

बरहना शाख़ों पे कब फ़ाख़ताएँ आती हैं

barhana shaakho pe kab faakhtaayen aati hain

बरहना शाख़ों पे कब फ़ाख़ताएँ आती हैं मैं वो शजर हूँ कि जिस में बलाएँ आती हैं, ये