Skip to content
Bazm e Shayari :: Hindi / Urdu Poetry, Gazals, Shayari
  • Home
  • About us
  • Contact us
  • Loading...
  • Articles
  • Poetry Category
    • Rain Poetry
    • Dua Poetry
    • Forgiveness
    • Funny
    • Friendship
    • Islamic
    • Love
    • Religious
  • Famous poets
    • Allama Iqbal
    • Ahmad Faraz
    • Bashir Badr
    • Faiz Ahmad Faiz
    • Firaq Gorakhpuri
    • Guljar
    • Javed Akhtar
    • Majrooh Sultanpuri
    • Mirza Galib
    • Rahat Indori
    • Sahil Ludhiyanvi
    • Wasim Barelvi
    • Parvin Shakir
    • Nida Fazli
    • Ada Jafri
  • Miscellaneous
    • Life
    • General
    • New Year
    • Patriotic
    • Political
    • Sad
    • Sufi
  • Motivational
  • Occassional

Occassional Poetry

पराई आग पे रोटी नहीं बनाऊँगा

पराई आग पे रोटी

पराई आग पे रोटी नहीं बनाऊँगा मैं भीग जाऊँगा छतरी नहीं बनाऊँगा, अगर ख़ुदा ने बनाने का इख़्तियार …

Read More

देखो अभी लहू की एक धार चल रही है

देखो अभी लहू की

देखो अभी लहू की एक धार चल रही है बाज़ू कटे हैं फिर भी तलवार चल रही है, …

Read More

बदन और रूह में झगड़ा पड़ा है

बदन और रूह में

बदन और रूह में झगड़ा पड़ा है कि हिस्सा इश्क़ में किस का बड़ा है ? हुजूम ए …

Read More

हर गली कूचे में रोने की सदा मेरी है

हर गली कूचे में

हर गली कूचे में रोने की सदा मेरी है शहर में जो भी हुआ है वो ख़ता मेरी …

Read More

दिल की बात लबों पर ला कर…

दिल की बात लबों

दिल की बात लबों पर ला कर अब तक हम दुख सहते हैं हम ने सुना था इस …

Read More

अगर न रोये तो आँखों पे बोझ पड़ता है

अगर न रोये तो

अगर न रोये तो आँखों पे बोझ पड़ता है करें जो गिर्या तो रातों पे बोझ पड़ता है, …

Read More

आइए आसमाँ की ओर चलें

आइए आसमाँ की ओर

आइए आसमाँ की ओर चलें साथ ले कर ज़मीं का शोर चलें, चाँद उल्फ़त का इस्तिआरा है जिस …

Read More

ख़िज़ाँ में ओढ़ के क़ौल ओ…

ख़िज़ाँ में ओढ़ के

ख़िज़ाँ में ओढ़ के क़ौल ओ क़रार का मौसम बहार ढूँढ रही है बहार का मौसम, वो मेरे …

Read More

रंग पैराहन का ख़ुशबू ज़ुल्फ़ लहराने का नाम

रंग पैराहन का ख़ुशबू

रंग पैराहन का ख़ुशबू ज़ुल्फ़ लहराने का नाम मौसम ए गुल है तुम्हारे बाम पर आने का नाम, …

Read More

मेरे ही लहू पर गुज़र औक़ात करो हो

मेरे ही लहू पर

मेरे ही लहू पर गुज़र औक़ात करो हो मुझ से ही अमीरों की तरह बात करो हो, दिन …

Read More

Older posts
Newer posts
← Previous Page1 Page2 Page3 … Page82 Next →

Recent Post

तुझे पुकारा है बे

तुझे पुकारा है बे इरादा

फिर हरीफ़ ए बहार

फिर हरीफ़ ए बहार हो बैठे

हर सम्त परेशाँ तिरी

हर सम्त परेशाँ तिरी आमद के क़रीने

सोच बदल जाती है

सोच बदल जाती है,हालात बदल जाते हैं

उजड़े हुए हड़प्पा के

उजड़े हुए हड़प्पा के आसार की तरह

निगाह ए यार के

निगाह ए यार के बदलने में कुछ देर नहीं लगती

कोई सुनता ही नहीं

कोई सुनता ही नहीं किस को सुनाने लग जाएँ

जानता हूँ कि तुझे

जानता हूँ कि तुझे साथ तो रखते है कई

मेरे उसके दरमियाँ ये

मेरे उसके दरमियाँ ये राब्ता है और बस

चल निकलती हैं ग़म

चल निकलती हैं ग़म ए यार से बातें क्या क्या

ऐसा है कि सब ख़्वाब

ऐसा है कि सब ख़्वाब मुसलसल नहीं होते

अब तक यही सुना

अब तक यही सुना था कि बाज़ार बिक गए

Popular Categories

  • Dua Poetry
  • Forgiveness Poetry
  • Funny Poetry
  • Friendship Poetry
  • Religious Poetry
  • Life Poetry
  • New Year Poetry
  • Love Poetry
  • Patriotic Poetry
  • Political Poetry
  • Sad Poetry
  • Sufi Poetry

Footer

  • Privacy policy
  • Terms & Conditions
  • Disclaimer
  • Sitemap
Copyright © Bazm e Shayari 2025 All Rights Reserved.

नवीनतम प्रकाशित अश'आर / ग़ज़ल

तुझे पुकारा है बे

तुझे पुकारा है बे इरादा

फिर हरीफ़ ए बहार

फिर हरीफ़ ए बहार हो बैठे

हर सम्त परेशाँ तिरी

हर सम्त परेशाँ तिरी आमद के क़रीने