होश वालों को ख़बर क्या बे ख़ुदी क्या चीज़ है

hosh walon ko khabar kya be khudi kya cheej hai

होश वालों को ख़बर क्या बे ख़ुदी क्या चीज़ है इश्क़ कीजे फिर समझिए ज़िंदगी क्या चीज़ है,

कठ पुतली है या जीवन है जीते जाओ सोचो मत

kath putli hai yaa jivan hai jite jaao socho mat

कठ पुतली है या जीवन है जीते जाओ सोचो मत सोच से ही सारी उलझन है जीते जाओ

रात के बाद नए दिन की सहर आएगी

raat ke baad naye din ki sahar ayegi

रात के बाद नए दिन की सहर आएगी दिन नहीं बदलेगा तारीख़ बदल जाएगी, हँसते हँसते कभी थक

मुट्ठी भर लोगों के हाथों में लाखों की तक़दीरें हैं

mutthi bhar logo ke hathon me laakho ki taqdeeren hain

मुट्ठी भर लोगों के हाथों में लाखों की तक़दीरें हैं जुदा जुदा हैं धर्म इलाक़े एक सी लेकिन

बला वो टल गई सदक़े में जिस के शहर चढ़े

balaa wo tal gai sadke me jis ke shahar chadhe

बला वो टल गई सदक़े में जिस के शहर चढ़े हमें डुबो के न अब कोई ख़ूनी नहर

हर चमकती क़ुर्बत में एक फ़ासला देखूँ

har chamakati qurbat me ek faasla dekhoon

हर चमकती क़ुर्बत में एक फ़ासला देखूँ कौन आने वाला है किस का रास्ता देखूँ ? शाम का

फिर गोया हुई शाम परिंदों की ज़बानी

fir goya hui shaam parindon ki zabani

फिर गोया हुई शाम परिंदों की ज़बानी आओ सुनें मिट्टी से ही मिट्टी की कहानी, वाक़िफ़ नहीं अब

ज़िहानतों को कहाँ कर्ब से फ़रार मिला

zihanto ko kahan karb se farar mila

ज़िहानतों को कहाँ कर्ब से फ़रार मिला जिसे निगाह मिली उस को इंतिज़ार मिला, वो कोई राह का

मेरी तेरी दूरियाँ हैं अब इबादत के ख़िलाफ़

meri teri dooriyan hai ab ibadat ke khilaf

मेरी तेरी दूरियाँ हैं अब इबादत के ख़िलाफ़ हर तरफ़ है फ़ौज आराई मोहब्बत के ख़िलाफ़, हर्फ़ ए

ठहरे जो कहीं आँख तमाशा नज़र आए

thahare jo kahin aankh tamasha nazar aaye

ठहरे जो कहीं आँख तमाशा नज़र आए सूरज में धुआँ चाँद में सहरा नज़र आए, रफ़्तार से ताबिंदा