मगरूर परिंदों को ये ऐलान गया है
मगरूर परिंदों को ये ऐलान गया है सय्याद नशेमन का पता जान गया है, यानि …
मगरूर परिंदों को ये ऐलान गया है सय्याद नशेमन का पता जान गया है, यानि …
ज़िन्दगी भर अज़ाब सहने को दिल मिला है उदास रहने को, एक चुप के हज़ारहा …
होशियारी ये दिल ए नादान बहुत करता है रंज कम सहता है पर ऐलान बहुत …
याद ए माज़ी में जो आँखों को सज़ा दी जाए उस से बेहतर है कि …
असर उसको ज़रा नहीं होता रंज राहत फिज़ा नहीं होता, बेवफा कहने की शिकायत है …
दर्द की धूप ढले ग़म के ज़माने जाएँ देखिए रूह से कब दाग़ पुराने जाएँ, …
धोखे पे धोखे इस तरह खाते चले गए हम दुश्मनों को दोस्त बनाते चले गए, …
ख़ुद्दार मेरे शहर का फाक़ो से मर गया राशन जो आ रहा था वो अफ़सर …
राहें धुआँ धुआँ हैं सफ़र गर्द गर्द है ये मंज़िल ए मुराद तो बस दर्द …