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Life Poetry

बता ऐ अब्र मुसावात क्यूँ नहीं करता

बता ऐ अब्र मुसावात

बता ऐ अब्र मुसावात क्यूँ नहीं करता हमारे गाँव में बरसात क्यूँ नहीं करता ? महाज़ ए इश्क़ …

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पराई आग पे रोटी नहीं बनाऊँगा

पराई आग पे रोटी

पराई आग पे रोटी नहीं बनाऊँगा मैं भीग जाऊँगा छतरी नहीं बनाऊँगा, अगर ख़ुदा ने बनाने का इख़्तियार …

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देखो अभी लहू की एक धार चल रही है

देखो अभी लहू की

देखो अभी लहू की एक धार चल रही है बाज़ू कटे हैं फिर भी तलवार चल रही है, …

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बदन और रूह में झगड़ा पड़ा है

बदन और रूह में

बदन और रूह में झगड़ा पड़ा है कि हिस्सा इश्क़ में किस का बड़ा है ? हुजूम ए …

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अगर न रोये तो आँखों पे बोझ पड़ता है

अगर न रोये तो

अगर न रोये तो आँखों पे बोझ पड़ता है करें जो गिर्या तो रातों पे बोझ पड़ता है, …

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आइए आसमाँ की ओर चलें

आइए आसमाँ की ओर

आइए आसमाँ की ओर चलें साथ ले कर ज़मीं का शोर चलें, चाँद उल्फ़त का इस्तिआरा है जिस …

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ख़िज़ाँ में ओढ़ के क़ौल ओ…

ख़िज़ाँ में ओढ़ के

ख़िज़ाँ में ओढ़ के क़ौल ओ क़रार का मौसम बहार ढूँढ रही है बहार का मौसम, वो मेरे …

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आँखों पर पलकों का बोझ नहीं होता

आँखों पर पलकों का

आँखों पर पलकों का बोझ नहीं होता दर्द का रिश्ता अपनी आन नहीं खोता, बस्ती के हस्सास दिलों …

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अपनी सोचें शिकस्त ओ ख़ाम न कर

अपनी सोचें शिकस्त ओ

अपनी सोचें शिकस्त ओ ख़ाम न कर चल पड़ा है तो फिर क़याम न कर, मैं भी हस्सास …

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लोग बैठे हैं यहाँ हाथों में ख़ंजर ले कर

लोग बैठे हैं यहाँ

लोग बैठे हैं यहाँ हाथों में ख़ंजर ले कर तुम कहाँ आ गए ये शाख़ ए गुल ए …

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बता ऐ अब्र मुसावात

बता ऐ अब्र मुसावात क्यूँ नहीं करता

बिछड़ कर उसका दिल

बिछड़ कर उसका दिल लग भी गया तो क्या लगेगा

पराई आग पे रोटी

पराई आग पे रोटी नहीं बनाऊँगा

देखो अभी लहू की

देखो अभी लहू की एक धार चल रही है

बदन और रूह में

बदन और रूह में झगड़ा पड़ा है

हर गली कूचे में

हर गली कूचे में रोने की सदा मेरी है

दिल की बात लबों

दिल की बात लबों पर ला कर…

अगर न रोये तो

अगर न रोये तो आँखों पे बोझ पड़ता है

आइए आसमाँ की ओर

आइए आसमाँ की ओर चलें

ख़िज़ाँ में ओढ़ के

ख़िज़ाँ में ओढ़ के क़ौल ओ…

आँखों पर पलकों का

आँखों पर पलकों का बोझ नहीं होता

रंग पैराहन का ख़ुशबू

रंग पैराहन का ख़ुशबू ज़ुल्फ़ लहराने का नाम

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बता ऐ अब्र मुसावात क्यूँ नहीं करता

बिछड़ कर उसका दिल

बिछड़ कर उसका दिल लग भी गया तो क्या लगेगा

पराई आग पे रोटी

पराई आग पे रोटी नहीं बनाऊँगा