मैं ख्याल हूँ किसी और का मुझे सोचता…
मैं ख्याल हूँ किसी और का मुझे सोचता कोई और है सर ए आईना मेरा …
मैं ख्याल हूँ किसी और का मुझे सोचता कोई और है सर ए आईना मेरा …
आरज़ी ताक़तें तुम्हारी है पर ख़ुदा हमारा है अपने अक्स पर न इतराओ आईना हमारा …
दो चार गाम राह को हमवार देखना फिर हर क़दम पे एक नई दीवार देखना, …
ख़्वाब का रिश्ता हक़ीक़त से न जोड़ा जाए आईना है इसे पत्थर से न तोड़ा …