पास आओ कि एक इल्तज़ा सुन लो…

पास आओ कि एक इल्तज़ा सुन लो
हाँ प्यार है तुमसे बेपनाह सुन लो,

एक तुम्ही को तो ख़ुदा से माँगा है
जब भी रब से माँगी कोई दुआ सुन लो,

इब्तिदा ए इश्क़ ही हुई तुमसे
और तुम्ही हो चाहत की इन्तेहा सुन लो,

बगैर तेरे अब जी नहीं सकते हम
हो सके तो लौट आओ, मेरी सदा सुन लो,

देख बिन तेरे ये ज़िन्दगी अधूरी है
ना रहो तुम अब यूँ खफ़ा और जुदा सुन लो,

तुम सिर्फ तुम ही हो बस ज़िन्दगी मेरी
सोलह आने है ये सच, तुम बा ख़ुदा सुन लो..!!

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